कुछ लोगों के बाल 20 की उम्र में भी सफेद होना शुरू हो सकते हैं, जबकि अन्य के 50 या 60 की उम्र तक सफेद नहीं हो रहे हैं। ऐसा क्यू ही आज के समय में बालों का सफेद होना एक आम बात सी हो गई हैं छोटे बच्चे हो या बड़े लोग आज के टाइम में लगभग सबका बाल सफेद हो रहा है आज हम जानेंगे की अगर बाल सफेद हो रहे है तो ऐसा क्यू और क्या हम सफेद बालों को काला कर सकते है फिर या नहीं।
बाल क्यों सफेद होते हैं
बालों का सफेद होने के कई कारण हो सकते है जैसे-हमारे शरीर में मेलेनिन हॉर्मोन में कमी: मेलेनिन पिगमेंट, से बालों को काला रंग देता है. जब हमारे शरीर में मेलेनिन की मात्रा कम हो जाती है, तो बाल सफ़ेद होने लगते हैं.
विटामिन B12 की कमी
हमारे शरीर में मौजूद विटामिन B12, मेलेनिन के उत्पादन में मदद करता है. जब हमारे शरीर में इसकी कमी आ जाती है तो बालो को पोषण तत्त्व नही मिल पाते हैं जिस से वे समय से पहले सफ़ेद होने लगते हैं.
पोषक तत्वों की कमी
हमारे शरीर में बहुत से पोषक होते है जैसे आयरन, कैल्शियम, कॉपर, और फ़ॉलिक एसिड जैसी पोषक तत्वों की कमी से भी बाल सफ़ेद होने लगते हैं.
जेनेटिक्स
हम सब ने कही न कही यह पढ़ा या सुना होगा कि माता-पिता से मिले जीन भी बालों का रंग तय करते हैं और यह निर्धारित करते हैं कि बाल कब सफ़ेद होने लगेंगे.
अनहेल्दी लाइफ़स्टाइल
आज के आधुनिक समय में हम लोगो का खान पान पर भी बहुत ज्यादा असर हो रहा है बालो पर जेसे शराब का सेवन, सिगरेट का सेवन, और किसी चीज़ का एडिक्शन, जंक फ़ूड का आदत , देर से सोना, और सुबह समय पर न उठना जैसी चीज़ें बालों पर बुरा असर डालती हैं.
तनाव
आज के समय में तनाव बहुत ही जायदा लोग ले रहे है किसी को कैरियर का टेंशन किसी को पढ़ाई का टेंशन यह सब तनाव बढ़ने से पिग्मेंट बनाने वाले स्टेम सेल्स नष्ट हो जाते हैं, जिससे बालों का रंग बदलने लगता है.
क्या सफेद बालो को फिर से काला किया जा सकता है।
डॉक्टर की रिपोर्ट के अनुसार हमारे शरीर में कुछ न्यूट्रिएंट्स की कमी और हेल्थ कंडीशन्स ठीक ना होने पर हमारे सफेद बाल होने लगते हैं. लेकिन अगर बालों का ये सफेद होना जेनेटिक्स की वजह से या उम्र बढ़ने के कारण है, तो फिर से बालों को काला करना असंभव है.
तेल या कोई और दवा से बाल काले होते हैं।
आज के समय पर बहुत से दवा, तेल मार्केट में आ गए है जो लोग दावा करते है की उनका तेल या दवा लगाने से सफेद बाल काले हो जाते है । कुछ लोग इसका इस्तेमाल करते भी है लेकिन उनको वह परिणाम नही मिलता है जो वह सोचते है जायदा तर लोगो को परिणाम नहीं मिलते बल्कि जो बाल है वह बही टूटने लगते है या झड़ने लगते है ।